Varun Beverages: 4 साल में 3 बार बोनस: Varun Beverage का पहला बोनस कंपनी ने 25 July 2019 को, दूसरा बोनस 10 June 2021 को और तीसरा बोनस 6 June 2022 को दिया था। वहीं, अब 15 June 2023 को कंपनी ने स्पिल्ट भी दिया। यानी Varun Beverages bonus 2023 में शेयरों को डबल कर दिया, जिनके पास 109 शेयर थे, वो अब बढ़कर 218 हो गए। 16 दिसंबर को इस कंपनी के शेयर 1100 रुपये पर बंद हुए हैं।
बेसिक fundamental of Varun Beverages
बेसिक ईपीएस: कंपनी की प्रति शेयर आय में पिछले 5 वर्षों में अच्छा प्रदर्शन देखा गया है, जो 26.63% CAGR से बढ़ रही है। कंपनी का शुद्ध लाभ मार्जिन और ROCE (Return on Capital Employed) पिछले 5 वर्षों में दोगुना हो गया है। कंपनी ने अपना कर्ज काफी कम कर लिया है, 2013 में कंपनी का debt to equity ratio 7 था, जबकि 2017 में यह 0.47 था।
Varun Beverages का लगातार बढ़ रहा है प्रॉफिट
कंपनी का बिजनेस लगातार बढ़ रहा है, इसकी वजह से शेयरों की वैल्यू भी बढ़ रही है। Q-1 में भी इस कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 25.3 प्रतिशत बढ़कर 1005.4 करोड़ रुपये दिखाया था, जो पिछले साल इसी तिमाही में 802 करोड़ रुपये था। कंपनी की आय में भी 13.5 प्रतिशत बढ़कर 5699.7 करोड़ आई थी, जो पिछले साल 5,017.57 करोड़ थी। बिजनेस में अच्छे परफॉर्मेंस की वजह से लगातार शेयरों में खरीदारी हो रही है।
क्या करती है Varun Beverage?
कंपनी के कई सारे ब्रांड हैं। जिनमें पेप्सिको सीएसडी ब्रांडों में पेप्सी, पेप्सी ब्लैक, माउंटेन ड्यू, स्टिंग, सेवन-अप, मिरिंडा ऑरेंज, सेवन-अप निंबूज़ मसाला सोडा और एवरवेस शामिल हैं। वहीं, ट्रॉपिकाना स्लाइस, ट्रॉपिकाना जूस, सेवन-अप निंबूज़, गेटोरेड के साथ-साथ एक्वाफिना ब्रांड के तहत पैकेज्ड पानी कंपनी बेचती है।
Founder & Team of Beverage
रविकांत जयपुरिया (Ravi Jaipuria)
रविकांत जयपुरिया वरुण बेवरेज लिमिटेड के प्रमोटर और संस्थापक चेयरमैन हैं। उन्हें दक्षिण एशिया और अफ्रीका में फूड, बेवरेज और डेयरी बिजनेस की अवधारणा, क्रियान्वयन एग्जीक्यूट, डेवलपमेंट और एक्सपेंड करने का तीन दशकों का व्यावहारिक अनुभव है। वह साल 1997 में पेप्सिको “इंटरनेशनल बॉटलर ऑफ द ईयर” पुरस्कार से सम्मानित होने वाले एकमात्र भारतीय बॉटलर हैं।
वरुण जयपुरिया (Varun Jaipuria)
वरुण जयपुरिया कंपनी के एक्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन है। उन्होंने मिलफील्ड स्कूल, समरसेट, इंग्लैंड में पढ़ाई की और रीजेंट यूनिवर्सिटी, लंदन से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में डिग्री कोर्स किया है। उनके पास सॉफ्ट ड्रिंक इंडस्ट्री में 13 वर्षों का अनुभव है और उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में लीडरशिप डेवलपमेंट के लिए एक कार्यक्रम भी पूरा किया है। वह 2009 से कंपनी के साथ हैं और नए अधिग्रहीत क्षेत्रों के अधिग्रहण और एकीकरण सहित कंपनी के व्यवसाय के व्यापक विकास में सफलतापूर्वक कामयाब रहे हैं।